एक दो दिन बाद पूरा मीडिया एक ही खबर दिखायेगा:-
इंदौर में ५००किलो नकली मावा पकड़ा गया, मथुरा में २५००लीटर नकली दूध बरामद!
जोधपुर में नकली खोये की खेप पकड़ी गयी है, मध्य प्रदेश में मिठाई में मिलावट का कारोबार !
फिर मीडिया वाले बोलेंगे:- 'हम लेते हैं बस २ मिनट का ब्रेक'
ब्रेक में क्या आएगा? 🤔
नया कैडबरी चोकलेट, इसे खाइये और त्यौहार की खुशी मनाइये। फिर आएगा इस दीवाली कुरकुरे या लैस पेप्सी कोक मैगी...
इस दीवाली अपनो को दीजिए कैडबरी लड्डू, त्यौहार के संग कुछ मीठा हो जाए।
सब के सब विदेशी कम्पनीयों के विज्ञापन क्यों ???
😳
फिर २ मिनट बाद.....
उदयपुर में अभी-अभी मिलावटी मिठाई बरामद हुई है और आरोपी को पकड़ लिया गया !
अपने प्यारे भारत देश मे बैठे गद्दारों को ये बात बहुत जल्दी समझ में आती है कि दूध और खोया में मिलावट है...
लेकिन कैडबरी या अन्य उत्पाद में कितना केमिकल मिला है, कुरकुरे पेप्सी में कितना जहर है, ये समझ में नही आता।
😡
एक बात पक्की है कि कुछ विदेशी कंपनियाँ न्यूज़ चैनलों को पैसा देती हैं, मिठाईयों में मिलावट है का शोर मचाने के लिऐ। दीवाली से पहले यही सब दिखाएंगे न्यूज़ चैनल वाले और फिर बाद मे अगले त्यौहार तक शांती। जैसे मिलावटखोर एकदम से इमानदार हो गये हों...
😜
मेरा आप से अनुरोध है, अपने 'नगर कस्बे के पूराने मिठाई वालों' से ही त्योहारों पर मिठाई खरीदें। 🍱 जो अधिकतर शुद्ध और बिना मिलावट होती है, क्योंकी उनको भी अपनी दुकान की इज्जत की परवाह है और इन दोगली विदेशी कम्पनीयों से ज्यादा है।

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